tag:blogger.com,1999:blog-5328219867235009852.post7111451033235133553..comments2023-05-28T04:56:59.073-07:00Comments on वैचारिकी: मेरी बिटिया....आशा ढौंडियालhttp://www.blogger.com/profile/04093962547502563372noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5328219867235009852.post-49907755587651232512011-05-12T00:48:12.377-07:002011-05-12T00:48:12.377-07:00मन की भावनाओं को ही कलम रूपी चम्मच से कागज रूपी था...मन की भावनाओं को ही कलम रूपी चम्मच से कागज रूपी थाली पर बिखेर देने को ही कविता कहते है.........बहुत आच्छा प्रयाश है, मने भी बचपन पर कुछ शव्द बिखेरे हैं सोचा की कविता बन जाये .............<br />कब छोड़ चला वो बचपन मुझको, <br />मुझको कुछ भी याद नहीं<br />क्या मांगू अब किसे पुकारूँ, <br />सुनता कोई फरियाद नहीं <br />नादानी थी ऊपर मेरे, <br />चाँद की मै हठ कर बैठा <br />रूठ गया है बचपन मुझसे, <br />तब से खोया सा मै रहता <br />रिमझिम बादल बरस पड़ते थे, <br />नौका कागज की मैं खेता <br />तितली जुगनू खेल खिलाते, <br />थक हार कर तब मैं सोता <br />कब छोड़ चला वो बचपन मुझको, <br />मुझको कुछ भी याद नहीं<br />क्या मांगू अब किसे पुकारूँ, <br />सुनता कोई फरियाद नहीं <br />..............<br />राजेंद्र सिंह कुंवर 'फरियादी' <br />ग्राम - सिरसेड ( कड़ाकोट ),<br />पोस्ट - कफना, (कीर्ति नगर )<br />जिला - टेहरी गढ़वाल <br />उतरांचल -249161Rajendra Singh Kunwar Fariyadhihttps://www.blogger.com/profile/03828500171427311750noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5328219867235009852.post-67097174938353277892011-03-04T22:52:02.931-08:002011-03-04T22:52:02.931-08:00जादू था उसकी पलकों में
मै मन्त्र मुग्ध हो बैठ गयी
...जादू था उसकी पलकों में<br />मै मन्त्र मुग्ध हो बैठ गयी<br />वो स्वांस समीर समाहित हो <br />ह्रदय में गहरे पैठ गयी<br /><br />ni:shabd kar diya aapne to..निर्झर'नीरhttps://www.blogger.com/profile/16846440327325263080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5328219867235009852.post-2251027888517622972011-03-03T02:29:16.070-08:002011-03-03T02:29:16.070-08:00जबरदस्त अभिव्यक्ति ,कोमल भावनाओं से लबरेज उत्कृष्ट...जबरदस्त अभिव्यक्ति ,कोमल भावनाओं से लबरेज उत्कृष्ट रचनाAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/16315054585574087560noreply@blogger.com