गुरुवार, 7 मार्च 2013

स्त्री दिवस

आज आप सब मिल कर
मना  रहे हैं स्त्री दिवस
मुबारक हो ये दिन आपको
लेकिन क्षमा करें ,
मैं नहीं मनाती, और ना ही
खुद को मोहताज़ मानती हूँ
किसी एक दिन के लिए
मैं स्त्री हूँ जन्म से और
मेरा हर दिन स्त्री दिवस है
हर दिन को मानती हूँ
पूरे हर्षोल्लास के साथ
फिर क्यूँ आप सब मानते हैं
स्त्री दिवस सिर्फ एक दिन ...........??






कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

मैं...

  खुद में मस्त हूँ,मलँग हूँ मैं मुझको बहुत पसंद हूँ बनावट से बहुत दूर हूँ सूफियाना सी तबियत है रेशम में ज्यूँ पैबंद हूँ... ये दिल मचलता है क...